अक्षय नागलकर हत्याकांड में बड़ा खुलासा: 9 आरोपी गिरफ्तार, हड्डियों के टुकड़े, दो पिस्तौल और वाहन जब्त
अकोला-अकोला में बहुचर्चित अक्षय नागलकर हत्याकांड का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस प्रकरण में कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से मृतक की हड्डियों के टुकड़े, दो देशी पिस्तौल, छह जिंदा कारतूस, एक टाटा इंडिगो कार, तीन मोटरसाइकिलें और सात मोबाइल फोन जैसे महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए गए हैं।26 वर्षीय अक्षय नागलकर 22 अक्टूबर 2025 की शाम घर से बाहर निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने डाबकी रोड पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों को शक था कि यह कोई साधारण गुमशुदगी नहीं बल्कि हत्या का मामला है, जिसके बाद पुलिस ने जांच की गति तेज की। जांच में सामने आया कि अक्षय को उसका मित्र आशु वानखड़े मोटरसाइकिल पर कहीं ले गया था। आगे की जांच में खुलासा हुआ कि अक्षय का पहले चंदू बोरकर से विवाद हुआ था। इसी रंजिश के चलते चंदू बोरकर ने अक्षय की हत्या की साजिश रची।हत्या की योजना के तहत आरोपियों ने गायगांव रोड पर स्थित एक बंद होटल किराए पर लिया। चंदू बोरकर ने अपने साथियों के साथ अक्षय को वहां खाने के बहाने बुलाया। होटल का शटर बंद करने के बाद आरोपियों ने पिस्तौल और धारदार हथियार से अक्षय की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने ब्रह्मा भाकरे के खेत में टीन की झोपड़ी बनाकर शव को जला दिया और राख नदी में फेंक दी।पुलिस अधीक्षक अर्चित चांडक के मार्गदर्शन में शहर पुलिस, स्थानीय अपराध शाखा और डाबकी रोड पुलिस स्टेशन की आठ टीमों ने 48 घंटे में कार्रवाई कर आरोपियों को अकोला, अहमदनगर, भुसावल, बालापुर और मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं — चंदू बोरकर, आशु वानखड़े, श्रीकृष्ण भाकरे, ब्रह्मा भाकरे, रोहित पराते, अमोल उन्हाले, आकाश शिंदे, नारायण मेसरे और शिवा उर्फ शिवहरी माळी। इनमें से शिवा माळी घटना के दिन से फरार था, जिसे पुलिस ने मध्य प्रदेश के बैतूल से पकड़ा।1 नवंबर को सभी नौ आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 नवंबर 2025 तक पुलिस रिमांड में भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल और इलेक्ट्रॉनिक-फॉरेंसिक जांच में मिले पुख्ता सबूतों के आधार पर आरोपियों को सख्त सजा मिलना तय है।
