कुरैशी समाज के व्यापारियों समेत किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे- उपमुख्यमंत्री अजित पवार
मुंबई- कुरैशी समुदाय पारंपरिक रूप से मांस व्यापार से जुड़ा हुआ है और महाराष्ट्र की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का हिस्सा है।इस समुदाय के व्यापारियों और पशुओं का परिवहन करने वाले किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।ऐसाआश्वासन राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दिया.कुरैशी समुदाय के विभिन्न मुद्दों को लेकर मंत्रालय स्थित उनके समिति कक्ष में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।जिस में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ चर्चा
बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से फोन पर बात की और कुरैशी समुदाय को पशुओं के परिवहन में आ रही कठिनाइयों से अवगत कराया।उन्होंने केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से अनुरोध किया कि वे कुरैशी समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर पशुओं के परिवहन से संबंधित कानून में बदलाव के संबंध में निर्णय लें।सरकार कुरैशी समुदाय के व्यापारियों और पशु परिवहन करने वाले किसानों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रही है। सरकार उनके साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देगी।उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कुरैशी समुदाय के प्रतिनिधियों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आहूत हड़ताल वापस लेने की अपील की। संगठन के प्रतिनिधियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए हड़ताल वापस लेने की घोषणा की।इस बैठक विधायक सना मलिक, विधायक संजय खोडके, पूर्व मंत्री नवाब मलिक, पोलीस महासंचालक रश्मी शुक्ला, मुंबई के पोलीस आयुक्त देवेन भारती, फेडरेशन ऑफ महाराष्ट्रीय मुस्लिम, मुंबई अमन समिती, अल – कुरेश सामाजिक विकास मंडल, ऑल इंडिया जमीयतुल कुरेश संघटना, ऑल महाराष्ट्र जमीयतुल कुरेश संघटना के अलावा भी कई संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।