मस्जिद परिचय एवं ईद मिलन कार्यक्रम, समुदाय को जोड़ने की पहल-थानेदार अमोल मालवे

अकोट  (वसीम अहमद खान)अकोट शहर के शाह दरिया टेकड़ी मस्जिद टेकड़ी पुरा में 25 अप्रैल को शाम 5 बजे राष्ट्रीय एकता ईद मिलन कार्यक्रम और मस्जिद परिचय कार्यक्रम आयोजित किया गयाथा  इस कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शक के रूप में इश्तेयाकउल्लाह खान (माना कुरुम)और adv.अफजल गाजी (अकोला,) साथ ही अकोट शहर पुलिस थानेदार अमोल मालवे, पीएसआई शेख अख्तर, पीएसआई बोडखे, दिलीप बोचे, दादाराव येवतकर, मंगेश चिखले, रामदास गावंडे, पुरूषोत्तम गावंडे अनिल भांबुलकर, भास्कर वानखड़े, विजय जितकर, राजकुमार भगत, राजू पखारे, प्रेमदास तेलगोटे, प्रमोद बाकल, विजय राजनकर, विवेक बोचे, पत्रकार राजकुमार वानखड़े की मुख्य उपस्थिति रही।

इस समय थानेदार अमोल मालवे ने कहा कि यह कार्यक्रम समाज को दिशा देने वाला और समाज को जोड़ने वाली पहल है। मैं हमेशा ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेता हूं। मानवता ही सच्चा धर्म है. सभी धर्मों ने मानवता की शिक्षा दी है। हमें इसे व्यवहार में लाना चाहिए।  पूर्व नगर सेवक दिलीप बोचे,  मंगेश चिखले विवेक बोचे और भास्कर वानखेडे ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा की और इस तरह की पहल को जारी रखने पर   जोर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में निश्पाप ,निहत्ते पर्यटकों की हत्या की घटना की निंदा करते हुए सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई। प्रमुख मार्गदर्शक अफ़ज़ल गाज़ी  ने अज़ान क्यों? और किसलिए? इसका मतलब क्या है? बताते हुए उन्होंने मस्जिद का भी परिचय कराया।   इश्तेयाक उल्ला खान ने कहा कि अल्लाह, मस्जिद और कुरान केवल मुसलमानों के नहीं बल्कि पूरी मानवता के हैं। हम सभी एक ही माता-पिता की संतान हैं, इसलिए हम सभी आपस में भाई-भाई हैं। उन्होंने अपने पालनहार एवं निर्माता को जानने, केवल उसकी आराधना करने, अपने माता-पिता की सेवा करने, शराब और नशीली  लत से दूर रहने तथा अपने देश भारत और उसके लोगों से प्रेम करने की बहुमूल्य सलाह दी।  कार्यक्रम का समापन शिरखुरमे  के साथ हुआ। वसीम अहमद खान ने कार्यक्रम का संचालन  और आभार प्रदर्शन  किया। इस  कार्यक्रम में सभी धर्मों  के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए थे अंत में, सभी को मराठी में अनुवादित कुरान की एक प्रति भेंट की गई। कार्यक्रम की सफलता के लिए डॉ. अहमद खान अंजनगाव ,सै इफ्तेखार अली, ख्वाजा सलाउद्दीन, हाफिज रशीद, अजमत अंसारी, शिक्षक मुदस्सिर अली, सै अनवर अली, रहमान गर्दिश, सै अहमद अली, मोहम्मद राजिक भाई, सैय्यद सोहेल ,अ. रफीक टेलर, इमरान अली, खुर्शीद अली आरीफ अली राजीक अली पूर्व नगर सेवक और सामाजिक कार्यकर्ता अज़हर शेख और शाह दरिया मस्जिद के अध्यक्ष खालिद इनामदार ने कड़ी मेहनत की।

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