वक्फ बोर्ड संशोधन कानून के विरोध में बत्ती गुल आंदोलन रहा सफल
अकोला- वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ देशभर में मुस्लिम और इस्लामिक संगठनों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है. एक ओर जहां जगह-जगह जलसे और जुलूसों का सिलसिला जारी है, वहीं बुधवार, 30 अप्रैल की रात को एक अनोखा ‘बत्ती गुल’ विरोध प्रदर्शन देखने को मिला।मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आदेश पर अकोला में तहफ्फुज-ए-अवकाफ कमेटी, द्वारा वक्फ बोर्ड संशोधन कानून के विरोध में आयोजित शांतिपूर्ण आंदोलन पूर्णतः सफल रहा। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्देशानुसार, अकोला सहित देशभर में मुस्लिम समाज एवं बहुजन समाज द्वारा रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक अपने घरों, दुकानों, फैक्ट्रियों एवं प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद रखी गईं। सभी और अंधकार था खासतौर पर मुस्लिम बहुल इलाको में इस प्रतीकात्मक विरोध का उद्देश्य यह संदेश देना था कि वक्फ बोर्ड में संशोधन के निर्णय का समाज में व्यापक विरोध है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।यह आंदोलन पूर्णतः शांतिपूर्ण, स्वैच्छिक एवं अनुशासित तरीके से सम्पन्न हुआ। लोगों ने किसी पर दबाव न बनाते हुए, केवल स्वयं अपनी लाइट बंद कर विरोध दर्ज कराया, जिससे लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से अपनी बात सरकार तक पहुँचाई गई।
हर शुक्रवार को काली फीत बनकर किया जायेगा विरोध
इसके साथ ही निर्णय भी लिया गया है कि आगामी शुक्रवार से सभी मुस्लिम भाई जुमा की नमाज़ के दौरान अपने सीधे हाथ पर काली पट्टी बांधकर इस विरोध को जारी रखेंगे। यह आंदोलन यह दिखाता है कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण विरोध एक सशक्त माध्यम है, और समाज अपने संवैधानिक अधिकारों को जागरूकता एवं एकजुटता से प्रयोग कर रहा है। तहफ्फुज-ए-अवकाफ कमेटी, समस्त बहुजन एवं मुस्लिम समाज का आभार व्यक्त करती है जिन्होंने इस विरोध में सहभागिता दर्ज की और आंदोलन को सफल बनाया।