शहर के प्रलंबित मुद्दों पर सदन का ध्यान आकर्षित करेंगे
ये प्रमुख मुद्दे उठाए जाएंगे:
1. शासकीय मेडिकल कॉलेज में एमआरआई - 3 टेस्ला मशीन की खरीद ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।
2. जिला महिला अस्पताल की निर्माणाधीन इमारतों का निम्न गुणवत्ता से हो रहा निर्माण कार्य।
3. मनपा द्वारा किराए पर दी गई संपत्तियों के किराए में अनुचित वृद्धि को रद्द करना।
4. राजराजेश्वर मंदिर के पुनर्निर्माण कार्य को पुनः प्रारंभ करना।
5. शहंशाहे बरार हजरत जुल्फिकार दरगाह के सौंदर्यीकरण का कार्य।
6. मनपा द्वारा लगाया गया अनुचित संपत्ति कर कम करना।
7. जिला ग्रंथालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त तीन मंजिला इमारत के लिए 5.7 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को स्वीकृति दिलाना।
8. जल कर (पानी पट्टी) अभय योजना को लागू करना।
9. पुलिस विभाग में रिक्त पदों को शीघ्र भरना।
10. वसंत देसाई स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण।
11. पीडीकेवी (पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ) के कर्मचारियों को सरकारी निर्णयानुसार स्थायी करना।
12. प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के अंतर्गत रसोइयों एवं सहायक कर्मचारियों का बकाया मानदेय दिलवाना।
13. नए बस स्टैंड की दयनीय स्थिति में सुधार।
14. शिवणी हवाई अड्डे के विकास और विस्तार का कार्य।
15. जिले के निराधार (निर्भरता वाले) नागरिकों की लंबित सहायता राशि जारी करवाना।
16. अकोला-शेगांव मार्ग का अधूरा पड़ा कार्य शीघ्र पूर्ण करना।
इसके अलावा, किसानों, व्यापारियों, आम नागरिकों, शिक्षा, खेलकूद एवं अन्य क्षेत्रों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को भी अधिवेशन में रखा जाएगा, ऐसा विधायक साजिद खान ने जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने बताया कि कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को औचित्य के आधार पर विशेष रूप से सदन में उठाया जाएगा।
विशेष मामला:
शुक्रवार रात एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र के परिजनों का आरोप है कि कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा परेशान किए जाने के कारण उसने यह कदम उठाया। इस घटना को बेहद दुखद बताते हुए विधायक साजिद खान ने कहा कि यदि कानून के रक्षक ही अत्याचार करने लगें, तो यह गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि अकोला में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है। इस मुद्दे को अधिवेशन में पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी।