सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में सुविधाओं की कमी
मरीजों की जिंदगी खतरे में
अकोला- वर्षों के इंतजार के बाद अकोला के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एनजीओग्राफी की सुविधा शुरू हुई है, लेकिन बाईपास सर्जरी और कैंसर कीमोथेरेपी जैसी अत्यावश्यक सुविधाओं का अभाव अभी भी मरीजों के जीवन के लिए संकट बना हुआ है। गरीब और जरूरतमंद मरीज, जो इस अस्पताल में बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आते हैं, निराश होकर लौटने को मजबूर हैं।
जन सत्याग्रह संगठन ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए अकोला के जिलाधिकारी को निवेदन सौंपा है। संगठन ने मांग की है कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में बाईपास सर्जरी और कीमोथेरेपी जैसी सुविधाएं जल्द से जल्द शुरू की जाएं। इस दौरान संगठन के प्रमुख सदस्य, जिनमें आसिफ अहमद खान, जावेद पठान, शाहिद कुरैशी, अब्दुल नासिर, ताबिश शेख, शरीक खान, शेख हमजा, शेख अब्बास, हाफिज नाजिम, मोहम्मद गौरवे, शेख वसीम, मोहम्मद अज़ीम, अल्ताफ भाई और शेख करीम उपस्थित थे।संगठन का कहना है कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल गरीब मरीजों के लिए एक बड़ी उम्मीद था, लेकिन यहां इलाज की धीमी प्रक्रिया और सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। इससे उनके आर्थिक बोझ के साथ-साथ उनकी जान पर भी खतरा बढ़ रहा है।जन सत्याग्रह संगठन ने जिला प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर और प्रभावी इलाज मिल सके।