एक लाख नोटों के बदले चार लाख के नकली नोट' का सौदा नाकाम; एक गिरफ्तार, पांच फरार
एमआईडीसी पुलिस की कार्रवाई
अकोला -एमआईडीसी पुलिस स्टेशन की हद में आने वाले महाबीज कार्यालय के सामने बाबासाहेब अम्बेडकर प्रतिमा के पास बाबासाहेब अम्बेडकर प्रतिमा के पास नकली नोटों का कारोबार करने वाले व्यक्ति को एमआईडीसी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस व्यक्ति ने भारतीय करेंसी में 500 रुपये के नकली नोटों की हेराफेरी करते हुए पकड़े गए हैं.ऐसी जानकारी विश्वसनीय सूत्रों ने दी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज मंगलवार शाम करीब 6.30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एमआईडीसी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में शिवानी सुलाई बुद्ध विहार के पास एक व्यक्ति अमरावती मुर्तिजापुर अकोला राजमार्ग पर नकली नोटों में नकद और वित्तीय लेनदेन करने जा रहा है।इस सूचना के आधार पर पुलिस ने इस क्षेत्र में जाल बिछाया था।सूत्रों ने बताया कि दोपहिया वाहन पर सवार दो व्यक्ति को पुतले के पास संदिग्ध अवस्था में देखा गया. इस वजह से पुलिस इन दोनों पर कड़ी नजर रखी हुई थी. कुछ देर बाद चार पहिया वाहन से चार व्यक्ति अमरावती की ओर से घटनास्थल पर पहुंचे. इस समय पुलिस ने तब जाल बिछाया जब इन लोगो के बीच लेनदेन चल रहा था. दुपहिया वाहन को पुलिस ने पकड़ लिया। लेकिन उसका साथी वहां से भाग निकला. वहीं कार में आए चारों लोग भी फरार होने में कामयाब हो गए।सूत्रों ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आई इसामा का नाम अब्दुल अकील अब्दुल अनीस है. जब्त किए गए नोटों में बंडल के ऊपर और नीचे के नोट (500 रुपये) असली पाए गए, जबकि बीच के सभी नोट नकली थे, जिन पर चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया लिखा हुआ था। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह व्यहवार 1 लाख की जगह 4 लाख का होना था.साथ ही इस बात की भी जांच चल रही है कि पहली नजर में असली दिखने वाले नोटों में से कुछ असली नोट हैं और कुछ नकली नोट है।इस कि जांच पुलिस कर रही है।सूत्रों ने बताया कि ये सभी नकली नोट 5 लाख की कीमत के हैं. इस संबंध में जब संबंधित पुलिस अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जांच के बाद अधिक जानकारी दी जायेगी. हालांकि एक लाख के नोट के बदले चार लाख के नकली नोट देने का लेनदेन विफल हो गया है, लेकिन जांच में यह मामला सामने आएगा कि यह गिरोह पहले कहां-कहां नकली नोटों का लेनदेन कर चुका है.इस कार्रवाई में देवानंद जवले व आदि 2 लोगो की मदत एवं पोलीस कर्मचारी उमेश इंगले, सतिश इंदोरे, ट्रॅफिक कर्मचारी रवि चौहान, उपलकर ने इस एक आरोपी को पकड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस मामले की आगे की जांच जिला पोलीस अधीक्षक बच्चन सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक श्रीमती मुले और उन की टीम कर रही है।