विजय अग्रवाल के नाम की घोषणा होते ही अकोला भाजपा का बड़ा सिरदर्द

 हरिशभाई आलिमचंदानी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा 


निज़ाम साजिद

अकोला- विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही अकोला में भाजपा  को एक और बड़ा झटका लगा है। अकोला भाजपा के एक कद्दावर नेता पूर्व पार्षद हरिशभाई आलिमचंदानी पार्टी के गलत फैसले की वजह से अपने समर्थकों के कहने पर अकोला पच्छिम से निर्दलीय नामांकन दाखिल करने का फैसला लिया है। ऐसे में उनका ये फैसला पार्टी को करारी चोट लगने जैसा है। सूत्रों ने बताया कि हरिशभाई आलिमचंदानी 29 अक्टूबर को निर्दलीय के रुप में नामाकंन भरेंगे। हरिशभाई आलिमचंदानी ने अपने समर्थकों के साथ तीन चार घंटे तक मींटिग की। इसमें भाजपा टिकट वितरण को लेकर जमकर असंतोष जताया गया। इसमें बताया गया कि रात को सैंकड़ो समर्थकों ने हरिशभाई आलिमचंदानी को कहा के हम निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।आलिमचंदानी पिछले कई सालों से भाजपा के  पदाधिकारी तथा पार्षद रहे चुके हैं। अकोला पश्चिम विधानसभा के लिए भाजपा के करीब 15 दावेदार थे. अब जैसे ही विजय अग्रवाल की उम्मीदवारी की घोषणा हुई और भाजपा में बगावत शुरू हो गई. अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में इस बगावत से भाजपा प्रत्याशी विजय अग्रवाल का सिरदर्द बढ़ने लगा है. अब भाजपा को बगावत रोकने के लिए कोई बड़ा कदम उठाना होगा।भाजपा ने अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते ही  भाजपा में बगावत का माहौल तैयार हो गया है इसी कड़ी में चुनाव लड़ने के इच्छुक भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव डॉ. अशोक ओलंबे ने चुनाव लड़ने की अपनी भूमिका को कायम रखते हुए भाजपा को अलविदा कह दिया. ओलंबे पाटिल के रूप में अकोला जिले में महायुति में यह पहली बगावत हुई थी.देर रात सोशल मीडिया पर हरीश भाई अलिमचंदनी के पोस्टर रिलीज होने के बाद शहर में खलबली मच गई है।

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