राजगृह तोडफोड जैसी घटनाये राष्ट्र के वैचारिक उत्थान के लिये घातक
राजगृह तोडफोड जैसी घटनाये राष्ट्र के वैचारिक उत्थान के लिये घातक
अकोला-संपूर्ण विश्व मे ज्ञान के उपासको का श्रद्धास्थान कहे जानेवाला भारतरत्न डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर का मुंबई निवासस्थान राजगृह मे विकृत मनोवृत्ती के अज्ञात युवको ने हाल ही मे तोडफोड कर डॉ.आंबेडकर के वैचारिक क्रांती को झकझोर करने का प्रयत्न किया है.यह घटना निंदनीय होकर तमाम पुरोगामी एव समानता के विचारो का अपमान करनेवाली है. समाज समाज मे झगडे लगाकर पुरोगामी एव सामाजिक समता को समाप्त करने की मंशा रखनेवाली ऐसी घटनाओ पर नियंत्रण रखना समय की मागं होने का प्रतिपादन काँग्रेस कमिटी के अनुसूचित जाती विभाग के जिला कार्याध्यक्ष आनंद वानखडे ने किया.वानखडे ने इस भीषण घटना से राज्य मे कही पर भी अनुचित प्रकार न हो एव शांतता कायम रहे इस हेतू समाज माध्यमो पर तमाम पुरोगामी वादीयो को शांती का आवाहन किया. समाज समाज मे तिरस्कार फैलाने के लिये हो रहे ऐसें प्रकार रोकने हेतू युवक शक्ती को रचनात्मक समानता के विचारो पर चलने हेतू प्रेरित करना पडेंगा ऐसी बात कही.
काँग्रेस अनुसूचित जाती विभाग की ओरसे राजगृह तोडफोड प्रकरण हेतू सामाजिक अंतर रखते हुये निषेध सभा लेकर इस घटना का तीव्र निषेध किया इस अवसर पर आनंद वानखडे ने अपने मनोगत मे ऐसी घटनाओ मे आरोपी को केवल दंड देकर ऐसें प्रश्न हल नही होंगे. इसके लिये समाज के हर वर्ग मे फुले शाहू आंबेडकर के विचारो की बुवाई कर सुवर्ण समाज के पुरोगामी विचारो के समाज प्रमुखो के माध्यम से महा पुरुषो के समानता के विचार आगे लाने पडेंगे. समनाता एव भाईचारा का पाठ सभी जाती जमाती के बालको को अगदी बचपनसे ही प्रत्यक्ष कृती कर पढाना पडेंगा. तभी ऐसें असामाजिक तत्वो पर प्रतिबंध लगेंगा. इस सामाजिक अभिसरण प्रक्रिया हेतू सभी समाजसेवीयो एव पुरोगामी विचारो के युवको ने आगे आनेका आवाहन वानखडे ने किया. दौरान अनुसूचित जाती विभाग ने जिलाधिकारी को निवेदन देकर राजगृह प्रकरण की कडी जांच कर दोषियो पर कठोर कार्यवाही करने की मांग निवेदनाव्दारा की गयी.
इस अवसर पर मनपा विरोधी पक्ष नेता साजीद खान पठाण,अनु.जाती विभाग के प्रदेश समन्वयक महेंद्र गवई, प्रदेश समन्वयक जितेंद्र बगाटे,नगरसेवक मो इरफान, कपिल रावदेव ,प्रकाश सोनोने, महेंद्र सुतार, गणेश कळसकर, राजीव इटोले, एड.ओमकुमार खंडारे, गजानन वानखडे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अंकुश गावंडे, भूतपूर्व शहर अध्यक्ष सुनील वानखडे समेत बहुसंख्य पदाधिकारी एव कार्यकर्ता उपस्थित थे.