"उस" दुर्घटना के अगले दिन मृत अवस्था मे पाई गई नीलगाय



अनिस शेख

संवाददाता महान

महान-अकोला जिले के महान-पिंजर मार्ग पर 7 अक्टूबर की सुबह 9 बजे हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना के अगले ही दिन वही नीलगाय मृत अवस्था में दिखाई दी. जिसने इस हादसे को अंजाम दिया था। यह घटना महान पिंजर मार्ग पर  घटाड़ी  के पास हुई।जानकारी के अनुसार, 7 अक्टूबर की सुबह करीब 9 बजे महान से पिंजर की ओर काम पर जा रहे दो युवक अपनी मोटरसाइकिल पर सवार थे। इसी दौरान जंगल से अचानक एक नीलगाय तेज रफ्तार में सड़क पर आ गई और उसने मोटरसाइकिल पर छलांग लगा दी। इस हादसे में मोटरसाइकिल सवार अशफाक खान अफसर खान (उम्र 36 वर्ष, निवासी एकवीस महेल, महान) की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उसका साथी अमोल उमेश खरात गंभीर रूप से घायल हुआ।घटना के तुरंत बाद वन विभाग की टीम ने उस नीलगाय की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली।अगले दिन, यानी आज 8 अक्टूबर की सुबह, वन विभाग के कर्मचारी जब जंगल में गश्त कर रहे थे, तो उन्हें दुर्घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर दुर्गंध महसूस हुई। जांच करने पर उसी नीलगाय का शव मिला। रात के समय जंगली कुत्तों ने उसके पेट को फाड़ दिया था।वन कर्मचारी अमोल गवळी ने यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी।


 इसके बाद  आरएफओ आर.आर. बोरकर,दरोगा एस.डब्ल्यू. मुंडे और वनरक्षक के.आर. शिंदे ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया और मृत नीलगाय का दफन विधी किया। इस दौरान कर्मचारी अमोल गवळी, गजानन पानबिहाडे और कुछ स्थानीय नागरिक मौजूद थे।जांच में पता चला कि नीलगाय के दोनों पैर टूट चुके थे और उसकी गर्दन पर गंभीर चोटें थीं, जिसके कारण उसकी मौत हुई।वन्यजीव विभाग के अंतर्गत आने वाले महान–पिंजर मार्ग के किनारे स्थित जंगल की बाउंड्री वॉल (दीवार) की ऊंचाई मात्र पांच फुट बताई जा रही है। इतनी कम ऊंचाई के कारण नीलगाय, हिरण, बारहसिंगा और जंगली सूअर जैसे वन्य जीव आसानी से सड़क पार कर जाते हैं।


वन दीवार परिसर की ऊंचाई केवल पांच फीट

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इस वजह से इस मार्ग पर बार-बार दुर्घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि तुरंत कार्रवाई करते हुए जंगल की वाल की ऊंचाई करीब दस फीट तक बढ़ाई जाए और उस पर कांटेदार तार व लोहे की जाली लगाई जाए।इससे वन्य जीवों की सड़क पर आवाजाही पर रोक लगेगी और भविष्य में ऐसे जीवघातक हादसे नहीं होंगे।महान, हातोला, सारकिन्ही, सालपी, वालपी और टेंभी गांव के नागरिकों सहित इस मार्ग से यात्रा करने वाले लोगों ने यह मांग जोरदार रूप से उठाई है।


घायल का दर्ज हुआ बयान!

7 अक्टूबर को सुबह 9 बजे महान–पिंजर मार्ग पर घटाड़ी क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में महान के एकवीस महेल निवासी अशफाक खान अफसर खान (36 वर्ष) की मौत हो गई थी। इस हादसे में उनका साथी अमोल उमेश खरात गंभीर रूप से घायल हुआ था।8 अक्टूबर को वन्यजीव विभाग के अधिकारी आर.एफ.ओ. आर.आर. बोरकर, दरोगा एस. डब्ल्यू. मुंडे और वनरक्षक के.आर. शिंदे ने घायल अमोल उमेश खरात से पूछताछ की और उसका बयान लिखित रूप में दर्ज किया। इस दौरान मृतक अशफाक खान के पिता अफसर खान शरीफ खान और भाई भी मौजूद थे।

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