accident News अकोला में भीषण सड़क हादसा: तेज रफ्तार वाहन ने चार को रौंदा, तीन की दर्दनाक मौत, चालक फरार




बोरगांव मंजू : - ( मो. शारिक ) 

अकोला जिले में त्योहारों के बीच एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है। अकोला-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैलपाड़ा गांव के पास एक तेज रफ्तार वाहन ने चार लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ है। मृतकों में दो पुरुष और एक महिला शामिल हैं।मिली जानकारी के अनुसार, बोरगांव मंजू के भीम नगर इलाके के रहने वाले धीरज सिरसाठ और उनकी पत्नी अश्विनी सिरसाठ अपने व्यापारिक कार्य से कारंजा तालुका के खेर्डा गांव से अपने चार पहिया वाहन क्रमांक MH-30 AB 2006 से लौट रहे थे। रास्ते में कुरणखेड के पास उनकी कार अचानक बंद पड़ गई। इसके बाद उन्होंने अपने परिचित की मालवाहक गाड़ी से कार को टोचन कराया और पैलपाड़ा व कुरणखेड के बीच हाईवे पर दोनों गाड़ियाँ रुक गईं।जब दोनों गाड़ियाँ पैलपाड़ा गांव के पास पहुंचीं, तो धीरज सिरसाठ और अन्य लोग गाड़ी का टायर देख रहे थे। तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही एक अज्ञात गाड़ी ने सड़क किनारे खड़े चारों लोगों को जोरदार टक्कर मार दी।इस हादसे में धीरज सिरसाठ, अश्विनी सिरसाठ (दोनों पति-पत्नी) और आरिफ खान की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अनवर खान को हल्की चोटें आईं। घायल अनवर खान को वीर भगतसिंह आपात बचाव पथक की मदद से मुर्तीजापुर उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।पुलिस ने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और फरार वाहन चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, हादसे के बाद से इलाके में भय और शोक का माहौल है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए उपजिला अस्पताल भेज दिया गया है।


पुलिस प्रशासन की तत्परता:

घटना की सूचना मिलते ही उपविभागीय पुलिस अधिकारी वैशाली मुळे, पुलिस निरीक्षक अनिल गोपाल, पुलिस उपनिरीक्षक ज्ञानेश्वर लांडे, उपनिरीक्षक धुळे, सचिन सोनटक्के, नारायण शिंदे, और पातोंड तत्काल घटनास्थल पर पहुँचे।घटना की गंभीरता को देखते हुए, फॉरेंसिक लैब की टीम भी घटनास्थल पर बुलाई गई, जहाँ से पूरे मामले का बारीकी से निरीक्षण और साक्ष्य एकत्र किए गए।


दो घंटे तक हाईवे यातायात प्रभावित:

तीन लोगों की मौके पर हुई मौत के कारण जांच के लिए उस स्थान को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया, जिससे राजमार्ग पर करीब दो घंटे तक ट्रैफिक एकतरफा चलाया गया।


दीवाली की रात भी सेवा में तत्पर बचाव दल:

दीवाली जैसे त्यौहार की रात को भी अपने घर की दिवाली छोड़कर वीर भगतसिंह आपातकालीन खोज एवं बचाव दल के सदस्य योगेश विजयकर (प्रमुख), विजय माल्टे, मोहन वाघमारे, शुभम कातखेडे, शाहबाज़ शहा, सैय्यद माजिद, और अक्षय मोरे — ने जख्मी व्यक्ति की मदद की, मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में सहायता की और पुलिस जांच में सहयोग किया।


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