I Love Mohammad पर दर्ज एफआयआर के खिलाफ अकोट मैं प्रदर्शन राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
अकोट एसडीओ को सौंपा मुस्लिम समाज ने ज्ञापन
अकोट संवाददाता-कानपुर (उत्तर प्रदेश) में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर कुछ युवकों द्वारा लगाए गए “I LOVE MOHAMMAD(S)” लिखे फ़लक को लेकर पुलिस ने 25 मुस्लिम युवकों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को वापस लेने की मांग अकोट शहर के सभी जमात के धर्मगुरु व जिम्मेदार लोगो ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन भेजा गया है इस संबंध में अकोट के एसडीओ के माध्यम से राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली को ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में कहा गया है कि इन मुस्लिम युवकों पर की गई कार्रवाई भारतीय संविधान द्वारा नागरिकों को दिए गए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों का उल्लंघन है। सभी मुस्लिम धर्मगुरु ने स्पष्ट किया कि संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत सभी नागरिकों को समानता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की गारंटी दी गई है। अपने धर्म के प्रति प्रेम व्यक्त करना अपराध नहीं माना जा सकता, ऐसा उन्होंने कहा।उन्होंने कहा कि यह मामला केवल धार्मिक स्वतंत्रता का ही नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का भी है। इसलिए राष्ट्रपति को तत्काल संज्ञान लेकर उचित निर्देश देने चाहिए ऐसा ज्ञापन में बताया गया है इस अवसर पर मौलवी अमीर रजा, मौलवी यासीन, मौलवी मो जाहूर, गुलाम साबिर, शेख सरफराज, मो एजाज, हाफिज मतीन, मौलाना तौहीद, अजहर शेख, सैय्यद ज़ाहिर, एड गुलाम हुसैन,जावेद सिद्दीकी,अब्दुल अबरार,अब्दुल मुबारक अहमद, परवेज,मो आसिफ, इरफान पठान, अजमत खान, सैय्यद तनवीर, रफीक शाह, अफीफ पटेल, आवेज कुरैशी, मो शोएब, मो ताबिश,आदि के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम समाजबंधु उपस्थित थे
ज्ञापन की प्रमुख मांगें :
कानपुर मामले में दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच कर निर्दोष युवकों पर लगे मुक़दमे तुरंत वापस लिए जाएं।
उत्तर प्रदेश प्रशासन को संवैधानिक अधिकारों का पालन करने के नीचे लिए बाध्य किया जाए।
राज्य स्तर पर बार-बार संविधान का उल्लंघन होने पर राष्ट्रपति आवश्यक कार्रवाई करें।


