मूर्तिजापुर रेलवे स्टेशन पर भीषण हादसा,ट्रेन के नीचे फंसा यात्री
मोहम्मद रिज़वान सिद्दीकी
मूर्तिज़ापुर- अकोला जिले के रेलवे स्टेशन पर एक युवक का पैर प्लेटफ़ॉर्म और ट्रेन की सीढ़ी के बीच फँस गया। उसे बाहर निकालने में लगभग 55 मिनट का संघर्ष करना पड़ा। युवक को निकालना इतना आसान नहीं था कि उसे हाथ से खींचकर बाहर लाया जा सके। अंततः ट्रेन की सीढ़ी को कटर से काटना पड़ा और प्लेटफ़ॉर्म का एक हिस्सा तोड़ना पड़ा, जिसके बाद उसे सफलतापूर्वक बाहर निकाला गया।इस घटना में युवक का दाहिना पैर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत मूर्तिज़ापुर लक्ष्मी बाई उपजिला अस्पताल ले जाया गया और वहाँ से आगे के इलाज के लिए अकोला रेफर कर दिया गया।यह घटना मूर्तिज़ापुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर 2 पर घटी। अमरावती–पुणे ट्रेन शाम 4 बजकर 10 मिनट पर स्टेशन पर पहुँची। इसी समय ट्रेन से उतरते हुए युवक का संतुलन बिगड़ गया और उसका पैर प्लेटफ़ॉर्म पर न पड़कर सीधे ट्रेन की सीढ़ी और प्लेटफ़ॉर्म के बीच की खाली जगह में घुस गया। वह बुरी तरह से फँस गया और निकल पाना असंभव हो गया।घटना देखने के लिए मौके पर बड़ी भीड़ जमा हो गई थी। फँसे हुए युवक का नाम मुस्ताक मोईन खान (उम्र 50 वर्ष, निवासी नेहरू नगर झोपड़पट्टी, अकोला) है। वह अपने परिवार के साथ मूर्तिज़ापुर के खड़कपुरा इलाके में एक रिश्तेदार के निधन पर आया था।इस खतरनाक स्थिति में समाजसेवक शेख इमरान शेख खलील ने तुरंत मदद की पहल की। उनके साथ आपातकालीन दल के बादशाह, सेनापति, शिवम शिंगारे, रेहान खान, वसीमुद्दीन, शेख इसराइल उर्फबाबा, मोहम्मद जाहिद ने अथक प्रयास किए।इसके अलावा मौके पर मौजूद स्टेशन मास्टर नरेश वानखड़े, आरपीएफ पुलिस निरीक्षक सुनील सिंह, आरपीएफ एएसआई रॉय, जीआरपी एसआई राठौड़ ने भी बचाव कार्य में सक्रिय भूमिका निभाई।लोगों की हिम्मत और सामूहिक प्रयास से ही यह बड़ा हादसा टल गया और युवक की जान बच गई।