akola rajrajeshwar mandir: राजराजेश्वर मंदिर को मिला 'बी' वर्ग दर्जा,विधायक पठान की सतत कोशिशों को मिली सफलता
अकोला : जिले के आराध्य देव श्री राजराजेश्वर मंदिर को 'बी' वर्ग दर्जा प्रदान किए जाने की लंबे समय से नागरिकों द्वारा की जा रही मांग अब पूरी हो गई है। इस ऐतिहासिक निर्णय में पश्चिम अकोला विधानसभा क्षेत्र के विधायक साजिद खान पठान की सतत और प्रभावी पहल निर्णायक सिद्ध हुई है। यह निर्णय हाल ही में नगरविकास विभाग के प्रधान सचिव गोविंदराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया, जिसमें अमरावती विभाग की आयुक्त श्वेता सिंगल, अकोला के जिलाधिकारी अजित कुंभार भी उपस्थित थे।अकोला महानगरपालिका के आयुक्त सुनील लहाने और जिल्हा नियोजन अधिकारी श्री. सोनखासकर वीडियो कॉन्फरन्स के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। इसकी जानकारी विधायक पठान ने पत्रकार परिषद में दी।
पिछले कई महीनों से अकोला के श्रद्धालु राजराजेश्वर मंदिर को 'बी' वर्ग दर्जा देने की मांग कर रहे थे। इस मांग को पहली बार विधायक पठान ने 2024 के शीतकालीन अधिवेशन में जोरदार तरीके से विधानमंडल में उठाया था। इसके बाद मार्च महीने में राज्य के बजट अधिवेशन में भी उन्होंने इस विषय को फिर से उठाते हुए मंदिर परिसर के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया।करीब 15 दिन पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में हुई जिल्हा आढावा (समीक्षा) बैठक में भी विधायक पठान ने यह मुद्दा फिर से सामने रखा था। उपमुख्यमंत्री ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए आश्वासन दिया था कि जल्द ही 'बी' वर्ग दर्जा प्रदान किया जाएगा। अंततः बुधवार को आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया।
इस मौके पर कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता जैसे कि प्रकाश तायडे, डॉ. प्रशांत वानखडे, महेंद्र गवई, मोहम्मद इरफान, मनीष हिवराळे, पराग कांबळे, आकाश कवडे, कपिल रावदेव, गणेश कळसकर, सागर कावरे, रवी शिंदे, राहुल सारवान, अंकुश तायडे, विजय जामनिक, अभिजीत तवर, बाळासाहेब काळे, संतोष झांझोट, ऋषिकेश जामोदे आदि उपस्थित थे।
श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान - विधायक पठान
विधायक साजिद खान पठान ने कहा कि – "राजराजेश्वर भगवान मंदिर को 'बी' वर्ग दर्जा देने की मांग लंबे समय से जिले के श्रद्धालु कर रहे थे। इस निर्णय से मंदिर परिसर के सर्वांगीण विकास का मार्ग खुलेगा और इसे तीर्थक्षेत्र का दर्जा भी प्राप्त हो सकेगा। राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए यह निर्णय लिया है, इसके लिए मैं सरकार का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।"