कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी:जन सत्याग्रह संगठन ने किया प्रतीकात्मक "चप्पल मारो आंदोलन", मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग
अकोला-मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा सेना की बहादुर अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में जन सत्याग्रह संगठन ने शुक्रवार को शहर के मुख्य बस स्टैंड पर जोरदार प्रदर्शन किया। "सेना का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान" के नारों से बस स्टैंड का इलाका गूंज उठा और लोगों का आक्रोश सड़क पर दिखाई दिया।
इस शर्मनाक बयान को न सिर्फ आमजन ने असंवेदनशील और अपमानजनक बताया, बल्कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने भी मंत्री की भाषा को "गटर स्तर" की करार देते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इसी के जवाब में जन सत्याग्रह संगठन ने "चप्पल मारो आंदोलन" के माध्यम से शांतिपूर्ण लेकिन प्रभावी विरोध दर्ज कराया।आंदोलन के माध्यम से संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे विजय शाह को मंत्री पद से तत्काल बर्खास्त करें।
साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि भविष्य में किसी ने भी भारतीय सेना या उसकी अधिकारियों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया, तो जनता का जवाब इससे भी अधिक तीव्र और सशक्त होगा।इस प्रतीकात्मक विरोध का नेतृत्व जन सत्याग्रह संगठन के संयोजक आसिफ अहमद खान ने किया। इस दौरान प्रमुख रूप से फिरोज़ खान, मुजाहिद खान पठान, शेख नईम, विक्की भाई, शेख सद्दाम, शेख मोहसिन, मोहम्मद एवेस, अब्दुल वाहिद खान, मोहम्मद अहफाज़, शेख एजाज, कृष्ण भाई, संतोष भाऊ, रितेश भाऊ समेत संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पूरा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन जनता के नारों और प्रतीकात्मक चप्पल प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि देश की सेना और उसकी बहादुर बेटियों के सम्मान से कोई भी खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह विरोध केवल एक मंत्री के खिलाफ नहीं, बल्कि उस मानसिकता के खिलाफ है जो देश की महिलाओं और सशस्त्र बलों का अपमान करती है।जन सत्याग्रह संगठन का यह आंदोलन अब केवल एक शहर या राज्य तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसकी गूंज सत्ता के गलियारों तक पहुंचने लगी है।