Jalgaon Train Accident:आग की अफवाह के बाद ट्रेन से कूद गए यात्री,11 की मौत
(अकोला बातमी पत्र )
जलगांव- जिले में एक बड़ी रेल दुर्घटना सामने आई है। जलगांव में ट्रेन हादसा पुष्पक एक्सप्रेस (12533 लखनऊ- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पुष्पक एक्सप्रेस) में आग की अफवाह फैलने पर यात्रियों ने चलती ट्रेन से छलांग लगा दी। दूसरे ट्रैक से आ रही ट्रेन (12627 बेंगलुरु- नई दिल्ली एक्सप्रेस ने कई लोगों को कुचल दिया। यह घटना परांडा स्टेशन पर हुई। पुष्पक ट्रेन उत्तर प्रदेश के लखनऊ से चलकर मुंबई जा रही थी। जलगांव के परांडा स्टेशन के पास यह घटना हो गई। इस हादसे करीब 11 यात्रियों की मौत की खबर सामने आ रही है। राज्य के मंत्री गिरीश महाजन ने यह जानकारी दी। इस घटना में 30-40 अन्य यात्रियों के घायल होने की सूचना है। ऐसी संभावना है कि यात्रियों की मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। इसे घटना से ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है। मध्य रेलवे ने घटनास्थल के लिए एक रिलीफ ट्रेन भी भेजी है। मध्य रेलवे ने एक बयान में कहा है कि घटना करीब पांच बजे हुई।
ट्रेन में हुई थी चेन पुलिंग
जलगांव में पुष्पक एक्सप्रेस की घटना पर सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि है पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई आ रही थी। कुछ यात्री ट्रैक पर उतर गए थे। दूसरी दिशा से जाने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में कुछ यात्री आए। सीपीआरओ के अनुसार ट्रेन में 'ACP' यानी अलार्म चेन पुलिंग हुई थी। चेन पुलिंग क्यों हुई इसकी जानकारी अभी रेलवे के पास नहीं है। पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से चलकर कानपुर, उरई, झांसी, ललितपुर, भोपाल, हबीबगंज, इटारसी, खंडवा होकर भुसावल पहुंचती है। इसके बाद ट्रेन मनमाड़ जक्शन, नासिक होकर कल्याण और फिर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पहुंचती है।
कैसे हुआ हादसा
पुष्पक एक्सप्रेस परांडा रेलवे स्टेशन के पास आ रही थी. तभी ट्रेन के मोटरमैन ने ब्रेक लगाया तो पहियों से आग की चिंगारियां निकलने लगीं. इससे यात्रियों के बीच अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है. इससे महिलाओं और बच्चों में अफरा-तफरी मच गई. ट्रेन में बैठे लोगों में अफरा-तफरी मच गई.
घबराहट में कूद गए यात्री
रेलवे के एक अधिकारी ने को बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच के अंदर 'हॉट एक्सल' या 'ब्रेक-बाइंडिंग' (जामिंग) के कारण चिंगारी निकली थी, जिससे कुछ यात्री घबरा गए। उन्होंने चेन खींची और उनमें से कुछ पटरियों पर कूद गए। उसी समय,कर्नाटक एक्सप्रेस बगल की पटरी से गुजर रही थी। प्रवीण गेदाम ने बताया कि जलगांव के संरक्षक मंत्री गुलाबराव पाटिल और वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं, जिसके बाद अधिक जानकारी उपलब्ध होगी। नासिक के डिवीजनल कमिश्नर प्रवीण गेदाम के अनुसार, मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इस हादसे में करीब 40 लोगों के घायल होने की सूचना है।
यात्री ने क्या कहा?
ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने बताया कि हादसा दोपहर 3.30 से 4 बजे के बीच हुआ. आग लगने की अफवाह फैल गई थी. इसके बाद कुछ लोग ट्रेन से कूद गए. इसी दौरान सामने से बेंगलुरु एक्सप्रेस आ रही थी, जिसने 30 से 35 लोगों को कुचल दिया. कई लोग घायल हो गए हैं. कुछ की मौत भी हुई है.कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने ये भी दावा किया है कि सामने से आ रही बेंगलुरु एक्सप्रेस ने हॉर्न तक नहीं दिया. अगर हॉर्न दिया होता तो यात्री अलर्ट हो जाते.