महिलाओं को सशक्त बनाएं,और आप पूरे समाज का उत्थान करें-हरिशचंद्र इटकर
अकोला-स्थानीय रामदासपेठ स्तिथि पी एम श्री मनपा सेमी इंग्लिश स्कूल नंबर ७ में भारतीय महिला मुक्ति और महिला शिक्षा की प्रणेता,प्रथम शिक्षिका, महान समाज सुधारक क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। लड़कियों और महिलाओं को प्रेरित करने के लिए उनके जन्मदिन को 'बालिका दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है।ज्ञान को वह दीपक बनने दें जो अज्ञानता के अंधकार को दूर कर दे।" "प्रगति का असली पैमाना समाज में महिलाओं की स्थिति है।" "जो समाज महिलाओं की शिक्षा की उपेक्षा करता है, वह अपनी आधी क्षमता से वंचित हो जाता है।" "एक महिला को सशक्त बनाएं, और आप पूरे समाज का उत्थान करें-ऐसे विचार शाला वे मुख्याध्यापक हरीशचंद्र इटकर ने व्यक्त किया है।क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के मुख्याध्यापक हरिश्चन्द्र इटकर ने की।इस अवसर पर छात्रों ने नाटक, भाषण, नृत्य आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किये, कुछ लड़कियों ने सावित्रीबाई और कुछ लड़कों ने महात्मा फुले की वेशभूषा धारण किए थे।इस कार्यक्रम का सूत्र संचालन सौ संगीता गुजर,तथा आभार प्रदर्शन कू .नयना गोटे ने किया आज का बालिका दिवस सभी शिक्षकों एवं अभिभावकों की उपस्थिति में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आज एक दानी दंपत्ति ने नाम न बताने की शर्त पर विद्यालय के 500 विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के फल वितरित किये।कार्यक्रम की सफलता के लिए विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षका कू.अनुभा मस्के,मयूर पवार ,सौ .अनिता नवलकार, सौ . सुलभा सदाफले ,सौ. करुणा घनबहादुर,मंदा खिरोडकर,जयश्री वानखेडे ,प्रतिभा धोमने,लीना सोनोने,सोनाली राऊत,श्रावणी लिंगायत,आदी ने परिश्रम किया।