भारत को आर्थिक रूप से स्थिर बनाने वाले डॉ मनमोहन सिंह समता, न्याय प्रगति के लिए सदियों याद रखे जाएंगे - प्रभजीत सिंह बछेर
मिल्लत में किया गया डाॅ.मनमोहन सिंह को याद
अकोला (संवाददाता) हाजी नगर अकोट फाईल स्थित मिल्लत शिक्षा संकुल में आजाद भारत के प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ.मनमोहन सिंह को भाव पुर्ण याद किया गया जिस की अध्यक्षता प्रभजीत सिंहजी बछेर ने की . इस कार्यक्रम के आयोजक संस्था के सीईओ सरफराज नवाज खान के अलावा हाजी सैय्यद युनूस,सखावत शाह, शेख फिरोज,समाज सेवक कादर ठेकेदार,अभियंता अब्दुल राजीक, शेख महेबुब भाई, प्राचार्य मुबीन उर रहमान, मुख्याध्यापक कौसर जहां, यास्मीन बानो,इश्तियाक हुसैन, मोहम्मद अफसर, मोहम्मद हसीब, रेहाना बी, फातेमा अंजुम, नूर जहां, सैय्यद सोहेल अली, सैय्यद मजहर, और अन्य मान्यवर पालक माताएं उपस्थित रही,प्रसताविक संबोधन में सरफराज नवाज खान ने डॉ मनमोहन सिंह को याद करते हुवे कहा कि दिवंगत का प्रारंभिक जीवन आवाहन भरा रहा.लेकिन इन्होंने कभी पराजय स्वीकार नहीं किया. गरीबी,परेशानी से झुझते आप की शिक्षा उर्दू माध्यम के प्राथमिक स्कूल गाह नामी देहात जिल चकवाल अखंड पंजाब में में 4थी तक हुई 10वी 12वी बी ए, एम ए, अमृतसर फिर आप कैंब्रेज,ऑक्सफोर्ड विद्यापीठ मे आप ने सेवाऐं प्रदान की आप यूएनओ, रिजर्व बैंक के गवर्नर की जुमेदारी अदा की,आप शांत स्वभाव और उत्कृष्ट व्यवहार से यह दर्शाया कि जीवन में बड़ा बनने के लिए विनम्र रहना जरूरी है.तब हि आपको जीवन मे उच्च स्थान प्राप्त हों सकता है.
प्रभजीत सिंह बछेर ने श्रध्दांजली अर्पित करते हुए कहा कि भारत को आर्थिक रूप से स्थिर बनाने वाले डॉ मनमोहन सिंह समता,न्याय,प्रगति के लिऐ सदियों याद रखे जाएंगे ऊन्होंने हमेशा खामूशी से बीना शोर शराबे दिखावे के समाज और देश कि समृद्धि और विकास के लिऐ नियोजित कार्य किया.आप ने प्रधानमंत्री की शपथ ना सिर्फ़ उर्दू में लिख कर ली बल्कि कैबिनेट मीटिंग के नोट्स भी उर्दू में ही बनाया करते थे,जब भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन और राष्ट्रपति कलाम थे तब ना हिंदू खतरे में था ना मुसलमान,सब प्रगति के रास्ते चल रहे थे,कार्यक्रम का संचालन प्रवेक्षक इश्तियाक हुसैन ने और आभार प्रदर्शन प्राचार्य मोबीन उर रहमान ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने प्रयास किए.