विधानसभा चुनाव प्रचार में अपना प्रचार कर रहे है पार्षद
स्थानीय पार्षद अपने जुगाड़ में....
निज़ाम साजिद
अकोला- : चुनाव भले विधानसभा का है, लेकिन पार्षद पार्टी प्रत्याशी की प्रचार सभा के दौरान अपने काम गिनाने से नहीं चूक रहे हैं। वे जनता को यह जताने की कोशिश में हैं कि पार्टी प्रत्याशी के साथ वे भी उनके रहनुमा बने रहेंगे। चुनाव में जीतने के बाद विकास कार्यों को और तेज करेंगे, इसलिए आने वाले महानगर पालिका चुनाव में उन्हें ही वोट दें।अकोला के प्रभाग क्रमांक १ के पूर्व पार्षद पुत्र ने महाविकास अघाड़ी के प्रत्याश के साथ क्षेत्र में प्रचार सभा के समय मंच पर उपस्थित थे। पार्षद पुत्र ने कहा कि मनपा की हालात ऐसे है कि निधि कम मिलने की वजह से उस मे सिर्फ दो नाली बनती है।आगे कहा के पांच लाख का फंड मिला रहा है हमारे को मैने यही बात मेरे पार्षद साथी को कहा के प्रभाग में प्रचार सभा मे बोलने के लिए जाएंगे तो वहां के लोग हम से नाराज़ है और लोग बोलते के हमे तो पार्षद प्रभाग में दिखते भी नही है थोड़ी सी नाराज़गी है। पूरे भारत नगर कब अंदर एक करोड़ बिस लाख के काम आचारसंहिता के बाद शुरू होंगे।बतादे की अकोला महानगर पालिका बर्खास्त होने को करीब दो साल हो गौए है।सोचले वाली बात तो यव है कि मनपा बर्खास्त के बाद ये एक करोड बीस लाख की निधि ये महाशय के नाम पर कहां से मिली।ये नागरिकों को चॉकलेट दे रहे है ऐसा आरोप प्रभाग के नागरिक कर रहे है।सूत्रों के अनुसार प्रभाग में ऐसी चर्चा चल रही के फरवरी 2025 में महानगर पालिका चुनाव हो सकता है पार्षद अपना गेम अभी से शुरू कर रहे है।इस चुनाव प्रचार में अपने काम गिनवाने का क्या मतलब जिस काम से आए पहले व्हो करे। खुद के चक्कर मे रहेंगे तो पार्टी की सीट भी गमा सकते हैं।