वंचित का निर्दलीय उम्मीदवार को खुला समर्थन
पत्रकार परिषद में दी जानकारी
अकोला- वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार ने अकोला पश्चिम चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया, यह अकोला के इतिहास में किसी आधिकारिक पार्टी के उम्मीदवार द्वारा नामांकन पत्र वापस लेने का पहला उदाहरण है।
साथ ही इस संबंध में वंचित बहुजन अघाड़ी की ओर से बीजेपी पार्टी के बागी निर्दलीय उम्मीदवार हरीश अलीमचंदानी को समर्थन देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई है।
शहर की शांति, सौहार्द और विकास के लिए वंचित बहुजन आघाडी ने अकोला पश्चिम विधानसभा के निर्दलीय उम्मीदवार हरीशभाई अलीमचंदानी को समर्थन दिया है। आघाडी ने नागरिकों और विभिन्न समुदायों से शांतिपूर्ण और विकासशील नेतृत्व का समर्थन करने की अपील की है।अकोला शहर में शांति और विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वंचित बहुजन आघाडी ने अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार हरीशभाई अलीमचंदानी को अपना समर्थन दिया है। 1980 से शहर की सौहार्दपूर्ण संस्कृति और विकास को संरक्षित रखने के लिए कई प्रतिष्ठित नेताओं ने प्रयास किए हैं। इनमें विनय कुमार पाराशर, डैडी देशमुख, अडवोकेट मोहम्मद अली काजी, अब्दुलाखान मंझर और चंद्रशेखर गाडगील जैसी शख्सियतें शामिल हैं, जिन्होंने अकोला को एक अलग पहचान दी है। अकोला अपने मिल कामगारों, कष्टकरी वर्ग, कपास और अनाज की बड़ी मंडियों और हरियाली से भरे बाग-बगीचों के लिए जाना जाता है। शहर की सौहार्द की परंपरा को बनाए रखने के लिए वंचित बहुजन आघाडी ने अपील की है कि नागरिक, मतदाता, और विभिन्न समुदाय हरीशभाई अलीमचंदानी के समर्थन में एकजुट हों, जो स्वच्छ छवि वाले और निष्पक्ष व्यक्ति हैं। आघाडी का मानना है कि शहर की शांति और विकास के लिए ऐसे उम्मीदवार की जरूरत है जो सच्चाई का सम्मान करे और धार्मिक सौहार्द को बरकरार रखे। वंचित बहुजन आघाडी ने सभी नागरिकों, खासकर भाजपा के मतदाताओं और मुस्लिम समुदाय से अनुरोध किया है कि वे हरीशभाई अलीमचंदानी का समर्थन करें और उन्हें विजयी बनाकर अकोला में सौहार्द और प्रगति को बनाए रखने में सहयोग करें।
दो उम्मीदवार राहे समर्थन से वंचित
राजनीतिक दलों में एक ही चर्चा चल रही थी की वंचित का समर्थन अब किस की झोली में जाता है।वहीं वंचित के वंचित बहुजन आघाडीचे नेते प्रा. धैर्यवर्धन पुंडकर ने पत्रकार परिषद में स्पष्ट कहा था कि वंचित का समर्थन किस को दिया जाएगा ये प्रधानमंत्री मोदी की सभा के बाद तय किया जाएगा।नागरिकों को इस का बेहत बेसबरी से इंतज़ार था।ये भी कहा जा रहा था के शायद वंचित प्रहार के उम्मीदवार को समर्थन दे सकती वहीं निर्दलीय मिश्रा के समर्थन भी कह रहे थे कि हमे वंचित का समर्थन मिलेंगे।आज साफ हो गया है के वंचित ने निर्दलीय हरीश आलिमचंदनी को समर्थन दे दिया है।इस से दो उम्मीदवार वंचित के समर्थन से वंचित रहे गए है।